आजकल मैं ओशो को पढ़ रहा हूँ ,उनकी तर्क क्षमता और भाषा ने विशेष प्रभावित किया है। मुझे ऐसा लगता है कि आशो को पढ़ते वक्त आप उनसे असहमत नहीं हो सकते। यही सोच रहा हूँ और समझने की कोशिश कर रहा हूँ ।
ब्लॉग पर यह मेरी पहली पोस्ट है । मन करता है कि आजकल मन मे जो कुछ चल रहा है उसे सबसे शेयर करूँ। मुझे ठीक से ब्लॉग ऑपरेट करना नहीं आता है, इसलिए गलतियाँ हो सकती है। आशा है अगली बार कुछ और बेहतर लेकर आऊँगा।
ब्लॉग पर यह मेरी पहली पोस्ट है । मन करता है कि आजकल मन मे जो कुछ चल रहा है उसे सबसे शेयर करूँ। मुझे ठीक से ब्लॉग ऑपरेट करना नहीं आता है, इसलिए गलतियाँ हो सकती है। आशा है अगली बार कुछ और बेहतर लेकर आऊँगा।
shuruaat karen ek baar fir sab kuchh achchha jayega..
ReplyDeleteशुभकामनाएं
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